Islamic Shayari in Hindi: आज के इस लेख में आपके लिए इस्लामिक शायरी लेके आए है। इस तरह की इस्लामिक शायरी आपको मिलना मुश्किल है। आप यह लेख अपने मित्रो के साथ साझा कर सकते हैं।
Islamic Shayari

माँ ना होगी तो वफा कौन करेगा,
यूँ ममता का हक अदा कौन करेगा,
या खुदा सलामत रखना सदा सबकी माँ को ,
वरना हमारी जिंदगी की दुआ कौन करेगा।

नफ़सा नफ़सी का आलम है,
अदाकार तो मिलते है वफ़ादार नही।

कभी-कभी आप सोच सकते हैं,
कि सब कुछ गलत हो रहा है,
फिर भी आपको यह एहसास नहीं है,
कि अल्लाह सब कुछ सीधा कर रहा है।

अल्लाह क़हता हैं,
क़िसी को तकलीफ़ देकर मुझ़से अपनी ख़ुशी की दुआ मत क़रना,
लेक़िन किसी को एक़ पल की खुशी देतें हो तो,
अपनी तकलीफ़ की फिक्र मत क़रना।

हां अल्लाह, मुझे ऐसी आंखें दे दो जो लोगों में सबसे अच्छी हों,
एक दिल जो सबका बुरा माफ करता है,
एक दिमाग जो बुरे को भूल जाता है,
और एक आत्मा जो कभी विश्वास नहीं खोती है,
आमीन।

जो लोग अल्लाह की राहत पर खर्च करने में कंजूसी करता है,
वह मूल रूप से अपने ही साथ कंजूसी करता है।

कुछ तो बात है मज़हब-ए-इस्लाम में वर्ना,
16 घंटे प्यासे रहने वाले लोग अस्पताल में एडमिट हो जाएं करते है।

तमन्ना आपकी सब पूरी हो जायें,
हो आपका मुक़द्दर इतना रौशन कि,
आमीन कहने से पहले आपकी हर दुआ कबूल हो जाये।
Beautiful Islamic Shayari

जब सब कुछ सही हो रहा है,
तो अल्लाह का शुक्रिया अदा न करें,
जब चीजें चुनौतीपूर्ण हों तभी उसका धन्यवाद करें,
अलहमदुलिल्लाह कहें।

कभी कबार कुछ नेकीयाँ,
ऐसी भी करनी चाहियें, जिनका,
अल्लाह के सिवाय कोई गवाह ना हों।

इस्लाम धर्म मुसलमानों को अल्लाह के सिवाय,
किसी और की इबादत करने की इजाज़त नहीं देता हैं।

एक इंसान ने पूछा” ओ अल्लाह के रसूल,
इस्लाम का सबसे महत्वपूर्ण पहलु क्या हैं,
उसने कहा, जिन्हें तू जानता है,
और न जानता है उन सभीको सलाम कर।

फूलों और कलियों को बहार मुबारक,
परिंदों को ऊँची उड़ान मुबारक,
आशिकों को उनका प्यार मुबारक,
आपको हमारी तरफ से इस्लामी नया साल मुबारक।

चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है,
मैं ने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है।
Dua Islamic Love Shayari

मेरे अश्को से तू अपना दामन साफ कर,
अकेले तड़पता हूँ ऐ खुदा इन्साफ कर,
उनकी बेवफाई में कुछ राज छुपा है,
मेरे खुदा तू उनके हर गुनाह माफ़ कर।

जब दुख आपके दिल को भर देता है,
और आपकी आंखों में आंसू बहते हैं,
इन बातों को हमेशा याद रखो,
अल्लाह तुम्हारे साथ था,
अब भी तुम्हारे साथ है,
हमेशा तुम्हारे साथ रहेगा।

ना गोरा रंग हुसैन की अलामत है,
और ना काला रंग बदसूरती की निशानी,
कफन सफेद होकर भी खौफ की अलामत है,
और काबा काले गुनाह में भी आंखों की ठंडक है।

ईबाबत,
क्या ख़ूब ईबाबत बक्शी तूनें एक़ रोजे मे,
शुक्र भी, सब्र भी, फिक्र भी,
नेंमत भी और रहमत भीं।
आज आपके दिन की अच्छी शुरुवात हो,
सारे सपने आपके साकार हो,
जिनको रात -भर देखती रही सपनो में आपकी पलके,
रब करे आज उनसे ही मुलाक़ात हो।
धैर्य रखें कि आप क्या कर रहे हैं,
धैर्य इस बात का नहीं है,
कि आप कितने समय तक प्रतीक्षा कर सकते हैं,
बल्कि प्रतीक्षा करते समय आप कितना अच्छा व्यवहार करते हैं।
अपनी परेशानियो से कभीं दुख़ी मत होना,
क्योकि सुना हैं परेशानिया खुदा उन्ही को देता हैं,
ज़िनसे वह मोहब्बत क़रता हैं।
पैदा माँ करती है,
परवरिश माँ करती है,
बोलना माँ सिखाती है,
मगर अफ़सोस,
तुम्हारी गालियों में,
माँ का ही नाम होता है।
किताब हैं, जिसका कोई लेखक नहीं हैं,
और ना ही इसका कोई कयामत से,
कयामत तक इसमें कोई बदलाव,
कर सकता हैं, क्योंकि इसकी,
सुरक्षा की जिम्मेदारी,
स्वयं अल्लाह के पास हैं।
माँ के बिना दुनिया की हर चीज़ कोरी है,
दुनिया का सबसे अच्छा संगीत माँ की लोरी है।
मेरी रहो के जो जुगनू है ,वो तेरे है,
तेरी रहो के जो अँधेरे है वो मेरे है,
छू सकता नहीं कोई गम तुझको क्यू के,
तुझपर दुआओं के जो पहरे है वो मेरे है।
किसी को पैसो की चाहत,
किसी को प्यार की चाहत,
मेरे लिए मेरी माँ की दुआ काफी है।
ख्वाहिशों के समंदर के सब मोती तेरे नसीब हो,
तेरे चाहने वाले हमसफर तेरे हरदम करीब हो,
कुछ यूँ उतरे तेरे लिये रहमतों का मौसम कि,
तेरी हर दुआ हर ख्वाहिश कबूल हो।
आज का सूर्यास्त इस इस्लामी साल का आखरी सूर्यास्त है,
मैं दुआ करता हूँ की इस सूर्यास्त के साथ आपके सभी दुःख चिंताएं गुम हो जाये,
और आपकी जिंदगी में नए साल के साथ नई खुशियाँ आयें।
मत करो ग़ुस्सा अपनी माँ पर यारो,
माँ की दुआ ही तो है जो हर मुसीबत से बचाती है।
जहन मैं तेरी यादों के सिवा कुछ भी नहीं,
दिल मैं गुजरी बातों के सिवा कुछ भी नहीं,
तू जहाँ भी रहे भाई खुश रहे,
मेरे लब पे दुआओं के सिवा कुछ भी नहीं।
रब अगार दे तो कोई चेन् न्ह सकत,
अगार वो चेने ले तोह कोई दे ना सकत।
ए खुदा मेरी बस इतनी सुन ले,
वो जो चाहे , मेरी दुआ है उसे मिले,
खुश रहे वो मेरे दर्द से भी,
फिर चाहे तू मेरी हर सांस ले।
कितना बुलंद मेरा नबी का मक़ाम है,
सारा ज़माने पढ़ता दरूदोसलाम है,
ए काश मेरी क़ब्र में फ़िरते ये कहा चलो,
सोने दो इसे ये मेरे नबी का गुलाम है।
Islamic Urdu Shayari
जीवन में जो कुछ भी हो, उससे बचा नहीं जा सकता था,
और जो कुछ भी नहीं होना चाहिए,
वह ऐसा नहीं हो सकता है,
क्योंकि अल्लाह सबसे अच्छा जानता है।
आपके भाग्य को उनके प्यार की स्याही से लिखा गया है,
और उनकी दया के साथ सील किया गया है इसलिए डरें नहीं,
अपने भरोसे को उनके स्थान पर रखें और उनके सम्मान में आशा रखें।
जब कभी बिन मांगे आप पर खुशियों की बरसात हो,
जब कभी आप का दिल अनजानी ख़ुशी से बेताब हो,
तो समझ लेना कोई आपके लिए दुआ कर रहा है।
इंसान का मुक़दर,
उतनि ह़ी बार बदलता हैं,
जितनीं बार वों अल्लाह से,
दुआ करता हैं।
मेरें अतीत के लिये अस्तगफ़िरुल्लाह,
मेरें वर्तमान के लिये अल्हमदुलिल्लाह,
मेरें भविष्य के लिये इंशाअल्लाह।
और अल्लाह ने बारिश को भेज दिया है,
और जीवन को अपनी निर्जीवता के बाद पृथ्वी पर दिया है,
वास्तव में यह सुनने वाले लोगों के लिए एक संकेत है,
सूरह अन-नहल छंद 65
हर दुआ में तेरा नाम याद आया,
हर धड़कन ने तुझे ही पुकारा,
दूर हो मुझसे कोई गिला नहीं,
फुर्सत मिले तो याद करना भूलना नहीं।
किसी को तख्त-ए-सल्तनत,
किसी को टुकड़े दर-दर के,
ए खुदा तेरी मर्जी है चाहे जिधर कर दे।
Love Islamic Shayari
हर किसी के नसीब में कहा लिखी होती हे चाहतें,
कुछ लोग दुनिया में आते हे सिर्फ तन्हाइयों के लिए।
गर आप अल्लाह पर ईमान रखतें हों क्योकि,
उस पे ईमान रखा हीं जाना चाहिए, तों वह,
तुम्हेँ ठीक वेसे हीं देंगा, जेसे वह परिन्दो को देता है,
वें सुबह खाली और भूखे पेट निकलतें है,
और शाम कों भरपेट होकर लोटते है।
हर सुबह तु मुस्कुराती रहे हर शाम तु गुनगुनाती रहें,
मेरी दुआ हैं की तू जिसे भी मिलें,
हर मिलने वाले को तेरी याद सताती रहें।
Beautiful Islamic Girl Shayari
क्यूँ मन्नती’न मांगता है,
औरों के दरबार से इक़्बाल वो कौनसा काम है,
जो होता नहीं तेरे परवरदिगार से।
मत जलाओ पटाखे मत जलाओ अनार,
इन सब से होती जाती अपनी धरती बीमार,
भुला दो नफरत सारी दिल से बस याद रखो सबसे करना प्यार,
बस प्रदूषण मत होने देना तुम चाहे दीए जलाओ हजार।
अपने आप को याद दिलाएं,
अल्लाह आपके साथ है,
वह आपके ऊपर देख रहा है,
वह आपका परीक्षण कर रहा है,
क्योंकि वह आपसे प्यार करता है,
वह आपको नहीं भूला है,
वह आपको मजबूत बना रहा है,
अब मुस्कुराओ।
दुआओं के साथ जिंदगी का एक और हसीन साल मुबारक हो,
खुदा आपको वो खुशी दे जिस की दुआ आप हमेशा करते हो।
वह हममे से नही हैं, जो बच्चो के प्रति स्नेहवान नही होता,
और बुजुरगो की प्रतिष्ठा की इज्ज्त नही करता और वह,
हममे से नही हैं, जो भलाई का,
हुक्म नही देता और बुराई को नही रोकता।
अल्लाह की ओर मुड़ें और आप पाएंगे,
कि आपका दया आपके दिल और आत्मा के हर दर्द को ठीक करता है,
अल्लाह आपका मार्गदर्शन करेगा, वह आपकी आँखों में स्पष्टता लाएगा,
आपका दिल नरम करेगा, और आपकी आत्मा को दृढ़ करेगा।
अल्हम्दुलिल्लाह हमेशा मुझ़े वह देनें के लिये हैं,
जो मुझ़े चाहिए था।
या अल्लाह क़ुछ दे या ना दें,
ब़स माँ-बाप क़ा साया ना ऊठाना सर सें आमीन।
सबसे सुंदर शब्द अल्लाह है,
सबसे सुंदर गीत अज़ान है,
सर्वश्रेष्ठ अभ्यास नमाज़ है,
विश्व परफेक्ट बुक कुरान है,
और अगर आप एक मुसलमान है,
तो आप बहुत भाग्यशाली हैं।
चाक़ू ने इस्माईल को नही मारा,
आग़ इब्राहिम को नही लगी,
एक़ व्हेल ने यूनूस को नही ख़ाया,
समुद्र ने मूसा को नही डूबोया,
अल्लाह के साथ रहों और,
अल्लाह तुम्हारीं रक्षा क़रेगा।
कौन है गौसे आज़म ?
जिन्होंने अपने धोबी को हुक़्म दिया के क़ब्र में,
मुन्कर नक़िर सवाल पूछे तो कह देना मैं,
गौसे आज़म का धोबी हूँ तो बख्शा जाएगा।
अल्लाह अज़वाज़ल आपकी ताकत का स्रोत है,
अल्लाह आपकी हर मुश्किल और समस्या का हल है,
सच्चे तवक्कुल के साथ अल्लाह पर भरोसा करें,
और उसे अपने मार्ग का मार्गदर्शन करने दें।
उम्मीद करते है की, आपको यह हमारा इस्लामिक शायरी आपको जरूर पसंद आया होगा। आप हमारा यह लेख अपने मित्रो के साथ साझा कर सकते है, और हमें कमेंट में बता सकते है आपको हमारा यह लेख कैसा लगा।
- कुछ अन्य शायरी