150+ बारिश शायरी | Barish Shayari

Best Mansoon Sad Barish Shayari in 2 Line for Friends | Best Romantic Barish Shayari for Girlfriend in Hindi with Image

दोस्तों हम आपके लिए बेमौसम ब्यूटीफुल बारिश शायरी सुविचार 2 लाइन में लेके आए है। इस तरह की बिन बदल किसान बारिश शायरी आपको और कहीं और नहीं मिलेंगे। जब सावन का मौसम आता है तो हमे चाय पिने का मन करता है, उनके लिए हम ने चाय, शराब बारिश शायरी लेके आए है।

Barish Shayari

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तुम्हें बारिश पसंद है मुझे बारिश में तुम,
तुम्हें हँसना पसंद है मुझे हस्ती हुए तुम,
तुम्हें बोलना पसंद है मुझे बोलते हुए तुम,
तुम्हें सब कुछ पसंद है और मुझे बस तुम।

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अर्ज़ किया है-
बारिश की बूंदों में कभी भीग लिया करो,
काम को छोड़कर मस्ती में जी लिया करो,
कपडे गीले होते है, तो होने दिया करो,
ऐसे मौसम में एक-दूजे को प्यार किया करो।

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हम ख़ास तो नहीं मगर बारिश की उन
कतरों की तरह अनमोल हैं,
जो मिट्टी में समां जायें तो फिर कभी नहीं
मिला करते।

बारिश शायरी

यह दौलत भी ले लो यह शोहरत भी ले लो,
भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी,
मगर मुझको लौटा दो वह बचपन का सावन,
वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी। 

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ए बारिश ज़रा थम के बरस,
जब मेरा यार आ जाये तो जम के बरस,
पहले न बरस की वो आ ना सके,
फिर इतना बरस की वो जा ना सके।

Dosti Barish Shayari

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बहुत दिनों से थी ये आसमान की साजिश,
आज पूरी हुई उनकी ख्वाहिश,
भीग लो अपनों को याद कर के,
मुबारक हो आपको साल की ये पहली बारिश।

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कितनी जल्दी ज़िन्दगी गुज़र जाती है,
प्यास भुझ्ती नहीं बरसात चली जाती है.
तेरी याद कुछ इस तरह आती है.
नींद आती नहीं मगर रात गुज़र जाती है।

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कितना अधूरा लगता है तब,
जब बादल हो पर बारिश ना हो,
जब जिंदगी हो पर प्यार ना हो,
जब आँखे हो पर ख्वाब ना हो,
और जब कोई अपना हो पर साथ ना हो।

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आसमान को ज़मीन से मिलने की आस थी,
उदास था आसमान भी ज़मीन भी उदास थी,
बरस गए बादल जल्दी,
ज़मीन कब से इंतज़ार में थी।

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बारिश में हम पानी बनकर बरस जायेंगे,
पतझड़ में भी फूल बनकर बिखर जायेंगे,
क्या हुआ जो हम आपको सताते हैं,
कभी आप इन लम्हो ले लिए भी तरस जायेंगे।

ब्यूटीफुल बारिश शायरी

बारिश का सुविचार

इश्क़ करने वाले आँखों की बात समझ लेते हैं,
सपनो में यार आए तो उसे मुलाकात समझ लेते हैं,
रूठता तो आसमान भी है अपनी ज़मीन के लिए,
यह तो लोग ही उसे बरसात समझ लेते है।

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जमीन जल चुकी हैं, आसमान बाकी हैं,
सूखे कुएँ तुम्हारा इम्तिहान बाकी हैं,
बादलों बरस जाना समय पर इस बार,
किसी का मकान गिरवी तो किसी का लगान बाकी हैं।

बारिश और शराब शायरी  शायरी

ऐ बारिश मेरे अपनो को यह पैगाम देना,
खुशियों का दिन हँसी की शाम देना,
जब कोई पढे प्यार से मेरे इस पैगाम को,
तो उन को चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान देना।

बारिश और चाय शायरी

क्या मस्त मौसम आया है,
हर तरफ पानी ही पानी लाया है,
तुम घर से बाहर मत निकलना,
वरना लोग कहेंगे बरसात हुई नहीं,
और मेंढक निकल आया है।

बारिश गजल

सुबह का मौसम बारिश का साथ है,
हवा ठंडी जिससे ताजगी का एहसास है,
बना के रखिए चाय और पकौड़े,
बस हम आपके घर के थोड़े से पास हैं।

बेमौसम बारिश शायरी sad

खुश नसीब होते हैं बादल,
जो दूर रहकर भी ज़मीन पर बरसते हैं,
और एक बदनसीब हम हैं,
जो एक ही दुनिया में रहकर भी मिलने को तरसते।

अपने विचारों में ताकत रखो आवाज़ में नहीं,
क्योंकि फसल बारिश से होती है बाढ़ से नहीं।

दिल में अनजाना सा एहसास,
जैसे बारिश चुपके से कुछ कह रही है,
न जाने कौन सी कशिश है इस बारिश में,
जो साथ में यादें भी ले आई है।

भीगे हैं खिड़की के शीशे,
भीगा है मन भी मेरा,
लगता है बारिश हुई थी कल रात,
बाहर भी और अंदर भी।

बारिशों में बेवजह भी भीग जाना चाहिए,
मेरे अजीज यारो,
हर मौसम का लुत्फ उठाना चाहिए।

जैसे बारिश हो जाए तो मौसम अच्छा होता है,
खूब हौसला बढ़ाया आँधियों ने धूल का मगर,
दो बूंद बारिश ने औकात बता दी। 

बे मौसम बरसात शायरी

बारिश का यह मौसम कुछ याद दिलाता है,
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है,
फिजा भी सर्द है यादें भी ताजा है,
यह मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है।

कुछ तो चाहत होगी इन बूंदों की भी,
वरना कौन छूता है,
इस जमीन को उस आसमान से टूटकर।

दिल दुखाते हो तुम, फिर भी याद आते हो तुम,
मन को भिगो के जाती है तेरी यादें,
और इस बरसात में तरसाते हो तुम।

दिल दुखाते हो तुम, फिर भी याद आते हो तुम,
मन को भिगो के जाती है तेरी यादें,
और इस बरसात में तरसाते हो तुम।

न जाने क्यू अभी आपकी याद आ गयी,
मौसम क्या बदला बरसात भी आ गयी,
मैंने छूकर देखा बूंदों को तो,
हर बूंद में आपकी तस्वीर नज़र आ गयी।

रिमझिम तो है मगर सावन गायब है,
बच्चे तो हैं मगर बचपन गायब है.
क्या हो गयी है तासीर ज़माने की यारों,
अपने तो हैं मगर अपनापन गायब है।

बारिश और शराब शायरी

ख्यालों में वही, सपनो में वही,
लेकिन उनकी यादों में हम थे ही नहीं,
हम जागते रहे दुनिया सोती रही,
एक बारिश ही थी, जो हमारे साथ रोती रही।

आज मौसम कितना खुश गवार हो गया,
खत्म सभी का इंतज़ार हो गया,
बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से,
लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया।

बिन बादल बरसात नहीं होती,
सूरज डूबे बिना रात नहीं होती,
अब कुछ ऐसे हालत हैं हमारे की,
आपको देखे बगैर दिन की शुरुआत नहीं होती।

मुझे ऐसा ही ज़िन्दगी का एक पल चाहिए,
प्यार से भरी बारिश और संग तू चाहिए।

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