Bat Nahi Karne Ki Shayari: नमस्कार दोस्तों, आज के इस लेख में हम बात नहीं करने की शायरी पर कुछ सुंदर विचार आपके लिए लेकर आए हैं। उम्मीद करते हैं कि, हमारा यह लेख बात नहीं करने की शायरी इन हिंदी आपको पसंद आएंगे।
Baat Nahi Karne Ki Shayari

मुझे तुमसे बात ही नहीं करनी,
ऐसा कहकर वो call काट देते हैं,
मैं मनाऊं उनको ऐसा सोचकर,
मेरी कॉल का इंतजार करते हैं।

ना जाने ये कैसा तरीका है तुम्हारे प्यार करने का,
की तुम्हारा मन ही नहीं करता हमसे बात करने का।

ऐसा नहीं है की दिन नहीं ढलता या रात नहीं होती,
सब अधूरा सा लगता है ,जब तुमसे बात नहीं होती।

बात नहीं करना तो बस एक बहाना है,
सच तो यह है कि तुम्हारा हमसे मन भर गया है।

बरबाद कर देती है मोहब्बत,
हर मोहब्बत करने वाले को,
क्यू कि इश्क़ हार नही मानता,
और दिल बात नही मानता।

मजबूर नहीं करेंगे तुम्हें बात करने के लिए,
चाहत होती तो तुम्हे भी दिल करता बात करने का।

एक वक्त था जब बाते ही,
खत्म नहीं होती थी,
आज सबकुछ खत्म हो गया,
मगर बात ही नहीं होती।

कभी किसी से बात करने की आदत मत डालना,
क्यों की अगर वो बात करना बंद कर दे तो,
दुबारा जीना मुश्किल हो जाता है यार।
Heart Touching Baat Nahi Karne Ki Shayari

छोड़ दिया मैंने भी किसी को परेशान करना,
जिसकी खुद मर्ज़ी ना हो बात करने की उससे जबरदस्ती क्या करना।

बात नहीं होती है आजकल हमारी,
कुछ तो जरूर हुआ होगा,
लगता है हमें भूल जाने की दुआ,
का ही असर हुआ होगा।

कुछ दिन बात ना करने से कोई बेगाना,
नहीं होता कोई भी दोस्त इतना पुराना,
नहीं होता दोस्ती में गिले-शिकवे तो चलते,
रहते हैं पर इसका मतलब दोस्तों को,
भुलाना नहीं होता।

तरस जाओगे मेरे लबों से कुछ सुनने को,
बात करना तो दूर हम शिकायत भी नहीं करेंगे।

मुझे तुमसे बात ही नहीं करनी,
ऐसा कहकर वो call काट देते हैं,
मैं मनाऊं उनको ऐसा सोचकर,
मेरी कॉल का इंतजार करते हैं।

हमारे दरमियाँ अब “नहीं” का रिश्ता बन गया है,
वो बात करना “नहीं” चाहते और हम बात किये बिना,
रह “नहीं “पाते।

बात ना करने से “मोहब्बत” कम नहीं हो जाती,
बस दिलों की दूरियां बढ़ने लगती हैं,
और प्यार की डोर धीरे धीरे कमजोर हो जाती है।
Wo Baat Nahi Karte Shayari

जहां कदर ना हो वहां रहना और बात करना फिजूल है,
चाहे किसी का घर हो चाहे किसी का दिल।

न जाने किसकी मेरी खूबसूरत जिंदगी को नजर लग गई,
जो लोग मुझसे पल-पल में बात करते थे,
वो-तो आज मुझे देख कर ignore करते तक नहीं।

मत पूछो कैसे गुजरता है,
हर पल तुम्हारे बिना,
कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना।
बात तो वो आज भी करती है
बस फर्क़ इतना है,
कल हमसे करती थी,
आज किसी और से करती है।
बात करने का किसी से मन नहीं है अब मेरा,
उसकी नाराजगी ने लूट लिया है चैन वैन सब मेरा।
ये कैसी ज़िद हैं तुम्हारी हमसे बात ना करने की,
क्यों हैं तुम्हें आरजूहमें ख़ुद से दूर करने की।
बातें करना अच्छा लगता है ,
जब अपना कोई साथ हो,
बातें सुनना भी अच्छा लगता है,
जब अपना ही ज़िक्र ओर बात हो।
वो बात करने तक को राजी नही,
और हम होली पर रंग लगाने की हसरत लगाये बैठे हैं।
अब मजबूर नहीं करेंगे,
तुम्हें बात करने को,
सच्चा प्यार होगा तो,
दिल तुम्हारा भी होगा बात करने को।
कभी हमसे भी तो आ के मिलो,
कभी हमसे भी तो बात करो,
दो लम्हा मिल के चले जाना,
कब हमने कहा, यहीं रात करो।
आप हम से बात नहीं करते,
और हम आप के बिना,
कोई ख्वाब नहीं देखा करते।
हिचकियाँ कहती हैं कि तुम याद करते हो,
पर बात नहीं करोगे तो एहसास कैसे होगा।
कॉल पर बात ना करना सही कम से कम,
Whatsapp पर Message ही कर दिया करो।
Pyar Baat Nahi Karne Ki Shayari
मैं अक्सर गहरी बात कहता हूं,
मैं अक्सर तेरी बात कहता हूं,
पर पलट जाता हूं मैं जब कोई,
मुझसे इश्क की बात करता है।
जब आप बात नहीं करते तो बहुत सी ऐसी चीजें होती हैं,
जो अनकही रह जाती हैं।
कभी मुस्कुराती आँखें भी कर देती है,
कई दर्दबयां हर बात को रोकर ही बताना जरूरी तो नहीं होता।
अरे कैसी मेरी मजबूरी है call भी नहीं,
कर सकता,दिल में दर्द बोहोत है लेकिन,
रो भी नहीं सकता।
तुम्हारी मुस्कुराहटें, बातें याद आती हैं,
काश तुम बात करो मुझसे,
लब पे फ़रियाद आती है।
उनसे बात नहीं होती,
किसी और से बात,
करने का मन नहीं करता।
यार खामोशी से अच्छा तुम लड़ाई,
करलो कम से कम बात तो होगी।
Koi Baat Nahi Shayari
मेरा दिल उसके बिना एक पल भी नहीं लगता,
मगर वह न जाने क्यों मुझसे बात नहीं करता।
एक वक़्त था जब हर रोज़ मुलाकात हुआ करती थी,
अब तो खवाबों में भी उनसे बात नहीं होती है।
अब बात तो करनी है मगर बात ही नहीं करनी,
और किसी से नहीं खफा मैं मुझे बस तेरे साथ ही नहीं करनी।
खुद का भी हाल देखने की फुरसत नहीं है मुझे,
और वो औरो से बात करने का इलज़ाम लगा रहे है।
नाजाने किस बात पे आप नाराज है हमसे,
ख्वाबों मे भी मिलते है तोबात नही करते।
कल तक हमसे बात किये बिना,
जिसे नींद तक नहीं आती थी,
आज हमसे बात करने का,
वक्त नहीं उसके पास।
Sad Shayari Baat Nahi Karne Ki Shayari
बात नहीं करनी कहते हैं यह हमारी मजबूरी है,
पर असल बात तो यह है वो चाहते हमसे दूरी है।
कभी हमसे भी तो आ के मिलो,
कभी हमसे भी तो बात करो,
दो लम्हा मिल के चले जाना,
कब हमने कहा, यहीं रात करो।
आप हम से बात नहीं करते,
और हम आप के बिना,
कोई ख्वाब नहीं देखा करते।
आखरी मुलाक़ात है,
गर बता देके हमें तो देख लेते सनम जी भर के तुम्हे।
प्यार वो जो जज्बात को समझे मोहब्बत वो जो एहसास को समझे,
मिल तो जाते हैं बहुत अपना कहने वाले पर अपना तो वो है जो बिना कहे हर बात को समझे।
क्या वज़ह है बताओ तो हमसे बात ना करने की,
जुर्रत किस की हुई हमें तुमसे दूर करने की।
देती रही वो बात बात पर बात ना करने की धमकियां,
बस उसकी इसी बात ने मेरी नाक में था दम किया।
Fursat Baat Nahi Karne Ki Shayari
अब वो बात नही करती कोई कहीं तो बात है,
अरे जेबे तो खाली पड़ी है मेरी यही तो बात है।
बात यह नही कि अब मैं पास नही,
बात यह है कि अब,
मैं उन्हे खास नही।
बिन बात के ही रूठने की आदत है,
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है,
आप खुश रहें, मेरा क्या है,
मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है।
बात कुछ और होती है,
बयाँ कुछ और करते है,
ख़फा जब तुमसे होते है,
तो जुल्म खुद पर करते है।
दिल का हाल बताना नहीं आता,
किसी को ऐसे तड़पना नहीं आता,
सुनना चाहते है आपके आवाज़,
मगर बात करने का बहाना नहीं आता।
बात ना करने की कसम खा ली है उसने,
अपनी इसी बात से हमारी जान ली है उसने।
कुछ दिन बात ना करने से कोई बेगाना नहीं होता,
कोई भी दोस्त इतना पुराना नहीं होता,
दोस्ती में गिले-शिकवे तो चलते रहते हैं,
पर इसका मतलब दोस्तों को भुलाना नहीं होता।
जितना प्यार तेरी बातों में था,
काश तेरे दिल में भी होता।
सो बातों में भी कभी वो बात नहीं होती,
चैन की नींद आ जाए मुझे,
ऐसी कोई रात नहीं होती।
Matlabi Baat Nahi Karne ki Shayari Image
अब बात नहीं करती मेरा फोन भी काटने लगी है,
लगता है कोई और मिल गया है उसी के साथ प्यार बांटने लगी है।
बहुत सुकून मिलता है जब उनसे हमारी बात होती है,
वो हजारो रातों में वो एक रात होती है,
जब निगाहें उठा कर देखते हैं वो मेरी तरफ,
तब वो ही पल मेरे लीये पूरी कायनात होती है।
कभी किसीसे बात करने की आदत मत डालना,
क्यों की अगर वो बात करना बंद कर दे तो,
दुबारा जीना मुश्किल हो जाता है यार।
बातें तो हर कोई समझ लेता है,
मगर हम वो चाहते है जो हमारी ख़ामोशी को समझे।
तेरी आवाज सुनने को तरस गया हूँ,
उम्र बीतने से पहले एक बार आके सुना जा,
अगर इजाजत मिल जाये ऊपर वाले से,
तो एक बार चेहरा दिखा जा।
मेरी तबाही का ‘इलज़ाम’ अब शराब पर है,
करता भी क्या “बात” जो तुम पर आ रही थी।
ना जाने उनकी ऐसी क्या मज़बूरी आ गयी हैं,
हमसे बात करने में उन्हें बड़ी दिक्कत आ रही हैं।
बेगानों से गुजर जाते है कोई बात नहीं होती,
हम उनसे रोज मिलते हैं मगर मुलाक़ात नहीं होती,
सूखे बंजर खेत जैसी जिंदगी बेहाल है,
घटाएं घिर तो आती है मगर बरसात नहीं होती।
मजबूर नहीं करेंगे आपको बात करने के लिए,
चाहत होती तो दिल आपका भी करता बात करने का।
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